शुद्ध पीतल की खड़ी पंचमुखी हनुमान मूर्ति - 12 इंच अति प्राचीन
शुद्ध पीतल की खड़ी पंचमुखी हनुमान मूर्ति - 12 इंच अति प्राचीन
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दिव्य शक्ति और भक्ति का प्रतीक, शुद्ध पीतल से बनी यह पंचमुखी हनुमान प्रतिमा हरे रंग की परत से सुशोभित है, जो इसकी बारीक कारीगरी को उजागर करती है और इसकी आध्यात्मिक उपस्थिति को बढ़ाती है। हनुमान जी के पांच मुख सृष्टि के पांच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं और भगवान विष्णु के दिव्य अवतारों से जुड़े हैं।
मूर्ति के आयाम:
ऊंचाई: 12 इंच (30.5 सेमी), चौड़ाई: 6.5 इंच (16.5 सेमी), गहराई: 3.5 इंच (8.9 सेमी) वजन: 2.830 किलोग्राम।
पंचमुखी हनुमान के पांच मुख
पूर्व मुख - अंजनेय (वायु तत्व): भगवान राम की भक्ति।
दक्षिणमुखी – नरसिम्हा (अग्नि तत्व): साहस और सुरक्षा।
पश्चिम दिशा – गरुड़ (जल तत्व): नकारात्मकता पर विजय।
नॉर्थ फेस – वराह (पृथ्वी तत्व): नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
उर्ध्व मुख - हयग्रीव (अंतरिक्ष तत्व): दिव्य ज्ञान और ज्ञान पर महारत।
यह सूक्ष्म रूप से अलंकृत मूर्ति आध्यात्मिक साधकों, वास्तु उपायों और मंदिर की सजावट के लिए आदर्श है, जो दिव्य संरक्षण और संतुलन की भावना लाती है।
